Introduction of computer
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो कि अर्थमेटिक तथा लॉजिकल प्रोसेस को परफॉर्म करती है यह मशीन किसी भी टास्क को कंप्लीट करने के लिए यूजर से इनपुट लेती है उस इनपुट पर यूजर की इंस्ट्रक्शन के अनुसार ऑपरेशन परफॉर्म करती है तथा प्रोसेस कंप्लीट होने पर यूजर को आउटपुट रिटर्न करती है
Characteristics of computer
कंप्यूटर का महत्व या विशेषताएं निम्न है-
1. एक्यूरेसी( शुद्धता) - कंप्यूटर सभी प्रोसेस को एक्यूरेट ली परफॉर्म करता है यदि कंप्यूटर के द्वारा दिए गए रिजल्ट में कोई मिस्टेक होती है तो वह मिस्टेक यूजर के द्वारा दी गई इंस्ट्रक्शन में मिस्टेक होती है
2. Repetitiveness - पुनरावर्ती - जब किसी इंस्ट्रक्शन के सेट को बार-बार रिपीट करना होता है तब हम कंप्यूटर के द्वारा एक बार कंप्यूटर में सेव करके कितनी भी बार रिपीट कर सकते हैं
3. Speed गति - कंप्यूटर किसी भी टास्क को बहुत अधिक स्पीड से कंप्लीट कर सकता है जैसे यदि हमें दो 10 डिजिट के नंबर को मल्टिप्लिकेशन करना है तब हमें इसे कंप्लीट करने में कुछ मिनट का टाइम लग सकता है लेकिन हम यहीं मल्टिप्लिकेशन कंप्यूटर डिवाइस या केलकुलेटर के द्वारा परफॉर्म करते हैं तब केवल कुछ सेकेंड में ही इसका रिजल्ट मिल जाता है
4. Storage - कंप्यूटर की स्टोरेज कैपेसिटी बहुत अधिक होती है कंप्यूटर कई फाइल्स को बहुत कम स्पेस में स्टोर कर सकता है कंप्यूटर में सभी प्रकार का डाटा लॉन्ग टाइम तक स्टोर किया जा सकता है जैसे इमेज वीडियो टेक्स्ट तथा ऑडियो आदि
Uses of computer
आजकल कंप्यूटर हर क्षेत्र में यूज किया जाता है कंप्यूटर का यूज़ इंडस्ट्री गवर्नमेंट ऑफिसर्स एजुकेशन मेडिसिन साइंटिफिक रिसर्च सोशल साइंस तथा आर्ट्स जैसे म्यूजिक पेंटिंग सभी क्षेत्र में यूज किया जाता है सभी शिक्षित व्यक्ति के लिए कंप्यूटर की कार्य क्षमता कंप्यूटर की कमियां तथा कंप्यूटर के स्ट्रक्चर के बारे में जानना बहुत आवश्यक है कंप्यूटर के एप्लीकेशन निम्न है -
1. Commercial uses of computer - 1950 के दशक में व्यापार और व्यवसाय में कंप्यूटर का उपयोग प्रारंभ हुआ था इसके पश्चात इसकी तकनीक की गति में तेजी से विकास हुआ और आज बड़ी और मध्यम कंपनियां अपने प्रशासनिक कार्यों के लिए पूर्णता कंप्यूटर पर निर्भर है कंप्यूटर का पहला कार्य रोज के कार्यालयीन कार्य को करना है यह कार्य पहले से ही कंप्यूटर के लिए स्पष्ट व सुविधायुक्त थे पैरोल एकाउंटिंग ऐसा पहला व्यवसायिक क्षेत्र है जो विस्तृत रूप से कंप्यूटराइज्ड हुआ है पूरा पैरोल सिस्टम रिकॉर्ड से संबंधित व्यक्तिगत जानकारी तथा आपस में संबंधित कई सारे कार्य तथा अलग-अलग प्रोग्राम और उनके प्रोग्राम के रिजल्ट को एकत्रित करता है तथा समूह में एकत्रित करता है
2. Scientific use - विशेष उद्देश्य के लिए विश्वविद्यालयों की प्रयोगशालाओं और वैज्ञानिक संस्थाओं में कंप्यूटर को विकसित करने के लिए पहले कंप्यूटर प्रोजेक्ट बनाए गए विज्ञान के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग और विकास इसलिए आवश्यक है क्योंकि जो कैलकुलेशन पहले किए जाते थे वह ज्यादा परिश्रम वाले तथा अधिक समय लेने वाले होते थे परंतु आज के कैलकुलेशन कुछ सेकेंड में आसानी से किए जा सकते हैं कंप्यूटर भौतिक रसायन ज्योतिष तथा जीव उन्नति आदि क्षेत्रों में विस्तृत शोध करने में सहायक होते हैं
कंप्यूटर की शक्ति तथा गति की गणना में अंतरिक्ष तकनीक का विकास हुआ जिसकी वजह से चंद्रमा पर पहुंच पाना आसान हुआ मौसम के बारे में पूर्वानुमान लगाना भी कंप्यूटर के द्वारा ही संभव हुआ है अंतरिक्ष विज्ञान तथा कंप्यूटर के साथ-साथ मौसम विज्ञान भी अधिक विकसित हुआ है
3. चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग - चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग व्यापार तथा औद्योगिक क्षेत्र की उपयोगिता का एक भाग है हॉस्पिटल प्रशासन में दवाइयों के स्टॉक को व्यवस्थित रखने सर्जरी के औजार को व्यवस्थित रखने तथा हॉस्पिटल की एकाउंटिंग में कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है आईसीयू में मरीज की स्थिति दर्शाने तथा उसे नियंत्रित करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है
4. औद्योगिक उपयोग - उद्योगों में कंप्यूटर की सहायता से उत्पादन की योजना को निर्देशित तथा नियंत्रित किया जा सकता है किसी मशीन के उपकरणों के कार्य को निर्देशित करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है इंजीनियरिंग के किसी भाग जैसे हवाई जहाज कार ब्रिज रोड या बिल्डिंग बनाते समय प्रस्तावित डिजाइनों को जांचने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है
(सब्जेक्ट के सारे फोटो डाउनलोड करने के लिए लिंक पर क्लिक करें https://drive.google.com/file/d/1fNCUB1xj4dodZQeA0QLQ_yLKx1S48FBO/view?usp=drivesdk
5. शैक्षणिक उपयोग - computer data बैंक द्वारा प्रदत्त सूचनाओं की स्केल तथा क्षेत्र के कारण कई विषयों को सीखने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है कंप्यूटर के द्वारा कई सारे जटिल कैलकुलेशन को तीव्र गति से के साथ पूरा किया जा सकता है शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में पढ़ाने तथा सीखने के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है
उच्च शिक्षा में कंप्यूटर का उपयोग शोध गतिविधियों में किया जाता है तथा इसके साथ कंप्यूटर ट्रेनिंग देने के लिए भी इसका उपयोग होता है कंप्यूटर के बढ़ते हुए उपयोग के कारण अब इसका उपयोग लाइब्रेरी के रूप में भी हो रहा है सिस्टम के द्वारा किताब ले जाने वाले विद्यार्थियों की सूची नियंत्रित की जाती है
Computer का इतिहास - सर्वप्रथम मनुष्य गणना करने के लिए अपनी उंगलियों का प्रयोग करता था परंतु सभ्यता के विकास के साथ-साथ नई नई मशीनें बनती गई कंप्यूटर के विकास की शुरुआत अबेकस से शुरू होती है
1. अबेकस - अबेकस का उपयोग 5000 BC में शुरू हुआ था इसका आकार प्रेम जैसा होता था इसमें निश्चित दूरी पर तार लगे होते थे तथा इन तारों में मोती पिरोए जाते थे अबेकस सिस्टम स्थानीय मान पर कार्य करता था
2. नेपियर बोंस - स्कॉटलैंड के गणितज्ञ जॉन नेपियर ने एक उपकरण खोजा जो उनकी खगोल विद्या में सहायता करता था इस में हड्डियों के पॉइंट का उपयोग किया गया इसलिए इसे नेपियर बोंस कहते हैं
3. पास्कल का केलकुलेटर - सन 1642 में फ्रेंच गणितज्ञ और फिलोसोफर ब्लेज पास्कल ने एक गणना का उपकरण बनाया इससे केलकुलेटर की सहायता से जोड़ तथा घटाव हो सकते थे इस मशीन में गियर पढ़िए और डायल होते थे यह मायलो मीटर की तरह कार्य करता था
4. Jacguard's Loom - एक फ्रेंच बुनकर Jacguard's ने पंचकार्ड का उपयोग किया यह निर्धारित करने के लिए कि कपड़ा बुनने के लिए धागों का कैसे उपयोग किया जाए कार्ड में एक हॉल होता था जो हर एक वायर को जिसके साथ धागा लगा होता था डिजाइन पैटर्न बनाने में सहायता करता था
5. Babbage's का इंजन - चार्ल्स बैबेज ने एक डिफरेंस इंजन बनाया था जो बीजगणितीय और गणितीय सारणी में दशमलव के 20 स्थानों तक शुद्ध हल देता था
6. बैबेज का एनालिटिकल इंजन - बैबेज ने एक एनालिटिकल मैं मशीन को विकसित किया ऑटोमेटिक कंप्यूटिंग मशीन थी उसमें मेमोरी थी इससे जोड़कर ने के लिए कार्य में लाया जाता था बैबेज उस समय चल रही टेक्नोलॉजी के अनुसार अपने डिवाइस को क्रियान्वित नहीं कर सके क्योंकि उस समय की तकनीक उनकी आवश्यकताओं जरूरतों को पूरा नहीं कर पाती थी उन्होंने उस समय के केलकुलेटर में जोड़ के बीच में आ रहे परिणाम को आगे गणना के लिए बीच में सुरक्षित रखने की क्षमता को जोड़ा यह इंजन रिपेयरिंग को दूर करता था इस में मेमोरी होती है और सबसे अधिक महत्वपूर्ण यह था कि डाटा पूरी प्रोसेस के समय क्रम में रहता था इसमें डाटा इंटर कराने के लिए पंच कार्ड का उपयोग होता था उनका विचार आधुनिक युग के कंप्यूटरों में मिलता है इसलिए उन्हें आधुनिक युग का पिता फादर ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है
1. Commercial uses of computer - 1950 के दशक में व्यापार और व्यवसाय में कंप्यूटर का उपयोग प्रारंभ हुआ था इसके पश्चात इसकी तकनीक की गति में तेजी से विकास हुआ और आज बड़ी और मध्यम कंपनियां अपने प्रशासनिक कार्यों के लिए पूर्णता कंप्यूटर पर निर्भर है कंप्यूटर का पहला कार्य रोज के कार्यालयीन कार्य को करना है यह कार्य पहले से ही कंप्यूटर के लिए स्पष्ट व सुविधायुक्त थे पैरोल एकाउंटिंग ऐसा पहला व्यवसायिक क्षेत्र है जो विस्तृत रूप से कंप्यूटराइज्ड हुआ है पूरा पैरोल सिस्टम रिकॉर्ड से संबंधित व्यक्तिगत जानकारी तथा आपस में संबंधित कई सारे कार्य तथा अलग-अलग प्रोग्राम और उनके प्रोग्राम के रिजल्ट को एकत्रित करता है तथा समूह में एकत्रित करता है
2. Scientific use - विशेष उद्देश्य के लिए विश्वविद्यालयों की प्रयोगशालाओं और वैज्ञानिक संस्थाओं में कंप्यूटर को विकसित करने के लिए पहले कंप्यूटर प्रोजेक्ट बनाए गए विज्ञान के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग और विकास इसलिए आवश्यक है क्योंकि जो कैलकुलेशन पहले किए जाते थे वह ज्यादा परिश्रम वाले तथा अधिक समय लेने वाले होते थे परंतु आज के कैलकुलेशन कुछ सेकेंड में आसानी से किए जा सकते हैं कंप्यूटर भौतिक रसायन ज्योतिष तथा जीव उन्नति आदि क्षेत्रों में विस्तृत शोध करने में सहायक होते हैं
कंप्यूटर की शक्ति तथा गति की गणना में अंतरिक्ष तकनीक का विकास हुआ जिसकी वजह से चंद्रमा पर पहुंच पाना आसान हुआ मौसम के बारे में पूर्वानुमान लगाना भी कंप्यूटर के द्वारा ही संभव हुआ है अंतरिक्ष विज्ञान तथा कंप्यूटर के साथ-साथ मौसम विज्ञान भी अधिक विकसित हुआ है
3. चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग - चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग व्यापार तथा औद्योगिक क्षेत्र की उपयोगिता का एक भाग है हॉस्पिटल प्रशासन में दवाइयों के स्टॉक को व्यवस्थित रखने सर्जरी के औजार को व्यवस्थित रखने तथा हॉस्पिटल की एकाउंटिंग में कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है आईसीयू में मरीज की स्थिति दर्शाने तथा उसे नियंत्रित करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है
4. औद्योगिक उपयोग - उद्योगों में कंप्यूटर की सहायता से उत्पादन की योजना को निर्देशित तथा नियंत्रित किया जा सकता है किसी मशीन के उपकरणों के कार्य को निर्देशित करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा सकता है इंजीनियरिंग के किसी भाग जैसे हवाई जहाज कार ब्रिज रोड या बिल्डिंग बनाते समय प्रस्तावित डिजाइनों को जांचने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है
(सब्जेक्ट के सारे फोटो डाउनलोड करने के लिए लिंक पर क्लिक करें https://drive.google.com/file/d/1fNCUB1xj4dodZQeA0QLQ_yLKx1S48FBO/view?usp=drivesdk
5. शैक्षणिक उपयोग - computer data बैंक द्वारा प्रदत्त सूचनाओं की स्केल तथा क्षेत्र के कारण कई विषयों को सीखने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है कंप्यूटर के द्वारा कई सारे जटिल कैलकुलेशन को तीव्र गति से के साथ पूरा किया जा सकता है शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में पढ़ाने तथा सीखने के लिए कंप्यूटर का उपयोग होता है
उच्च शिक्षा में कंप्यूटर का उपयोग शोध गतिविधियों में किया जाता है तथा इसके साथ कंप्यूटर ट्रेनिंग देने के लिए भी इसका उपयोग होता है कंप्यूटर के बढ़ते हुए उपयोग के कारण अब इसका उपयोग लाइब्रेरी के रूप में भी हो रहा है सिस्टम के द्वारा किताब ले जाने वाले विद्यार्थियों की सूची नियंत्रित की जाती है
कंप्यूटर की जनरेशन
Generation of computer
कंप्यूटर के विकास को समझने के लिए इन्हें 5 जनरेशन में बांटा गया है इससे हमें कंप्यूटर की तकनीक में होने वाली प्रकृति की जानकारी प्राप्त करने में सहायता होती है प्रत्येक कंप्यूटर के मूलभूत सिद्धांत व उसके किसी भी भाग के नवीन रूप में विकसित होने पर नई जनरेशन की शुरुआत होती है कंप्यूटर की विभिन्न जनरेशन और उन में प्रयुक्त तकनीक निम्न है-
1. First generation computer - पहली पीढ़ी के कंप्यूटर को 1946 में डेवलप किया गया था इस कंप्यूटर का साइज एक कमरे के बराबर था और वैक्यूम ट्यूब का यूज़ किया जाता था
फर्स्ट जनरेशन कंप्यूटर के गुण -
• यह बहुत बड़े कंप्यूटर्स थे जिनके द्वारा बहुत अधिक हीट जनरेट की जाती थी इसलिए इन कंप्यूटर पर काम करने के लिए एयर कंडीशनर का उपयोग किया जाता था
• इन कंप्यूटर्स में मशीन लैंग्वेज तथा असेंबली लैंग्वेज का उपयोग किया जाता था
• इसमें मुख्य मेमोरी के रूप में मैग्नेटिक ड्रम का उपयोग किया जाता था यह कंप्यूटर बहुत महंगे कंप्यूटर थे जिनका आकार भी बहुत बड़ा था
Second generation computer
इस जनरेशन के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता था ट्रांजिस्टर का आविष्कार 1956 में किया गया था इसका कार्य वैक्यूम ट्यूब जैसा ही था लेकिन कार्य करने की गति फर्स्ट जनरेशन के कंप्यूटर की तुलना में अधिक थी
Second generation computer के गुण -
• ट्रांजिस्टर का उपयोग करने के कारण इस जनरेशन के कंप्यूटर का आकार छोटा हो गया था इस जनरेशन के कंप्यूटर को एक या दो व्यक्ति आसानी से नियंत्रित कर सकते थे
• इसकी भाषा मशीन और उच्चतर थी जो उपयोग में लाई जाती थी
• इसकी मेमोरी में 10,000 से अधिक अक्षर संग्रह करने की क्षमता होती थी
Unit -1
Computer - एक डिजिटल कंप्यूटर ऐसी प्रोग्रामिंग मशीन है जिसमें निर्देशों के रूप में इनपुट दिया जाता है तथा प्रोसेसिंग होने के बाद परिणाम के रूप में आउटपुट प्राप्त होता है
कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो इलेक्ट्रॉनिक सर्किट पर निर्भर करती है तथा बायनरी भाषा को समझती हैं बायनरी भाषा ऐसी भाषा होती है जिसमें 0 तथा 1 का उपयोग किया जाता है 0 तथा 1 को बीट्स कहा जाता है अतः कंप्यूटर 0 तथा 1 से बनने वाली भाषा पर कार्य करता है इस भाषा को मशीन भाषा भी कहा जाता है
कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के कंप्यूट शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है गिनना
संक्षेप में कंप्यूटर को निम्न प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक तथा डिजिटल प्रोग्रामिंग प्रोसेसिंग डिवाइस है जिसमें इनपुट दिए जाने पर आउटपुट प्राप्त होता है
एक डिजिटल कंप्यूटर मल्टीपरपस प्रोग्राम में बल मशीन है जो कंप्यूटर मेमोरी में से बायनरी निर्देशों को पड़ती है और बायनरी डाटा को इनपुट की तरह लेकर डाटा पर निर्देशों के अनुसार प्रोसेसिंग करके आउटपुट देता है
Input unit
कंप्यूटर का वह भाग जो निर्देशों को और डेटा को ग्रहण करता है इनपुट डिवाइस या इनपुट यूनिट कहलाता है इनपुट यूनिट एक उपकरण है यह यूजर के द्वारा दिए गए निर्देशों तथा डाटा को लेता है इन डाटा को कंप्यूटर में भेजता है कंप्यूटर में भेजे गए डाटा तथा निर्देशों को बायनरी भाषा में होना चाहिए क्योंकि कंप्यूटर केवल बायनरी भाषा समझता है
Output unit -
कंप्यूटर से प्राप्त परिणाम आउटपुट कहलाते हैं आउटपुट यूनिट यूजर तथा कंप्यूटर के बीच संचार के लिए लिंक बनाती है जब कंप्यूटर में विशेष निर्देशों के अनुसार डाटा पर ऑपरेशन किया जाता है तब इस यूनिट की सहायता से ही कंप्यूटर यूजर को सूचना भेजता है
CPU - इसका पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है यह विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर में प्रोसेस करता है इसके प्रमुख भाग निम्न है -
• AIU - इसका पूरा नाम अर्थमेटिकल लॉजिकल यूनिट हे यह समस्त प्रकार के अंकगणितीय कार्य जैसे जोड़ना गुणा भाग आदि कार्य कर्ता है तथा इसी के साथ लॉजिकल ऑपरेशन को भी पूर्ण करता है
• CU - यह कंप्यूटर की ऐसी यूनिट होती है जो कंप्यूटर की प्रत्येक क्रिया के लिए कंट्रोल तथा टाइमिंग सिग्नल उत्पन्न करती है इसके प्रमुख कार्य निम्न है -
1. यह इनपुट डेटा Bus से निर्देशों को लेते हुए पड़ती है
2. यह निर्देश के एड्रेस को एड्रेस Bus तक पहुंचाती है
3. यह रिजल्ट को मेमोरी या रजिस्टर को संग्रह करने के लिए पहुंचाती है
Register - संग्रहण की सबसे न्यूनतम इकाई है 0 तथा 1 के रूप में अर्थात बीट्स संग्रहण के रूप में कार्य करती है इसकी गति अत्यधिक तेज होती है
Memory - इसका कार्य कंप्यूटर में डाटा को संग्रह करना होता है यह मुख्य रूप से प्राथमिक तथा द्वितीयक कहीं गई है उपरोक्त चित्र में रेम तथा रोम को बताया गया है राम का पूरा नाम रैंडम एक्सेस मेमोरी है तथा रोम का पूरा नाम रीड ओनली मेमोरी होता है
System Bus - सिस्टम बस कंप्यूटर से जुड़े वायरिंग है जो कंप्यूटर में डेटा केबल तथा करंट केबल की तरह कार्य करते हैं
Computer का इतिहास - सर्वप्रथम मनुष्य गणना करने के लिए अपनी उंगलियों का प्रयोग करता था परंतु सभ्यता के विकास के साथ-साथ नई नई मशीनें बनती गई कंप्यूटर के विकास की शुरुआत अबेकस से शुरू होती है
1. अबेकस - अबेकस का उपयोग 5000 BC में शुरू हुआ था इसका आकार प्रेम जैसा होता था इसमें निश्चित दूरी पर तार लगे होते थे तथा इन तारों में मोती पिरोए जाते थे अबेकस सिस्टम स्थानीय मान पर कार्य करता था
2. नेपियर बोंस - स्कॉटलैंड के गणितज्ञ जॉन नेपियर ने एक उपकरण खोजा जो उनकी खगोल विद्या में सहायता करता था इस में हड्डियों के पॉइंट का उपयोग किया गया इसलिए इसे नेपियर बोंस कहते हैं
3. पास्कल का केलकुलेटर - सन 1642 में फ्रेंच गणितज्ञ और फिलोसोफर ब्लेज पास्कल ने एक गणना का उपकरण बनाया इससे केलकुलेटर की सहायता से जोड़ तथा घटाव हो सकते थे इस मशीन में गियर पढ़िए और डायल होते थे यह मायलो मीटर की तरह कार्य करता था
4. Jacguard's Loom - एक फ्रेंच बुनकर Jacguard's ने पंचकार्ड का उपयोग किया यह निर्धारित करने के लिए कि कपड़ा बुनने के लिए धागों का कैसे उपयोग किया जाए कार्ड में एक हॉल होता था जो हर एक वायर को जिसके साथ धागा लगा होता था डिजाइन पैटर्न बनाने में सहायता करता था
5. Babbage's का इंजन - चार्ल्स बैबेज ने एक डिफरेंस इंजन बनाया था जो बीजगणितीय और गणितीय सारणी में दशमलव के 20 स्थानों तक शुद्ध हल देता था
6. बैबेज का एनालिटिकल इंजन - बैबेज ने एक एनालिटिकल मैं मशीन को विकसित किया ऑटोमेटिक कंप्यूटिंग मशीन थी उसमें मेमोरी थी इससे जोड़कर ने के लिए कार्य में लाया जाता था बैबेज उस समय चल रही टेक्नोलॉजी के अनुसार अपने डिवाइस को क्रियान्वित नहीं कर सके क्योंकि उस समय की तकनीक उनकी आवश्यकताओं जरूरतों को पूरा नहीं कर पाती थी उन्होंने उस समय के केलकुलेटर में जोड़ के बीच में आ रहे परिणाम को आगे गणना के लिए बीच में सुरक्षित रखने की क्षमता को जोड़ा यह इंजन रिपेयरिंग को दूर करता था इस में मेमोरी होती है और सबसे अधिक महत्वपूर्ण यह था कि डाटा पूरी प्रोसेस के समय क्रम में रहता था इसमें डाटा इंटर कराने के लिए पंच कार्ड का उपयोग होता था उनका विचार आधुनिक युग के कंप्यूटरों में मिलता है इसलिए उन्हें आधुनिक युग का पिता फादर ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है
Thanks yrr 😐😐
ReplyDelete